भारत - चीन की सीमा पर एक ऐसी जगह है, जहां कई बार पहाड़ के ऊपर यूएफओ को उडते हूए देखे जाने का दावा किया जा चुका है. इस जगह का नाम है कोंग्का दर्रा, जिसे कोंग्का ला भी कहा जाता है. कोंग्का दर्रा वैसे तो एक निर्जन जगह है. लेकिन इसे 'एलियंस का अड्डा' यांनी 'यूएफओ बेस' माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि यहां आसपास रहने वाले लोगों ने कई बार इस जगह पर उड़नतश्तरीयों को देखा है. कुछ शोधकर्ता इस विवादित इलाके में मिले कुछ ऐसे चिन्हों को प्रमाण के तौर पर दिखाते हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि सच में यहां एलियंस के विमान आते-जाते रहते हैं. हालांकि कुछ जानकारों का मानना है कि यहां यूएफओ का बेस हो ही नहीं सकता, क्योंकि यह जगह बहुत ही दुर्गम है.
साल 2006 में एक तस्वीर भी वायरल हुई थी, जिसमें उड़नतश्तरी को दिखाया गया था इस तस्वीर को गूगल सैटेलाइट व्दारा ली गई फोटो बताया गया था. वैसे तो कहा जाता है कि यहां पहाड़ पर लोगों का पहुंच पाना काफी मुश्किल भरा काम है, लेकिन साथ ही साथ यह भी दावा किया जाता है कि कुछ लोग वहां जा चुके हैं और उड़नतश्तरीयों को देख चुके हैं. अब इसमें कितनी सच्चाई है, ये तो कोई नहीं जानता, लेकिन जिस तरह से लोग दावा करते हैं, उससे तो यही लगता है कि इस जगह पर कुछ न कुछ तो ऐसा गहरा राज जरुर छिपा हुआ है, जो दुनिया के नजरों से अनजान हैं.
साल 2006 में एक तस्वीर भी वायरल हुई थी, जिसमें उड़नतश्तरी को दिखाया गया था इस तस्वीर को गूगल सैटेलाइट व्दारा ली गई फोटो बताया गया था. वैसे तो कहा जाता है कि यहां पहाड़ पर लोगों का पहुंच पाना काफी मुश्किल भरा काम है, लेकिन साथ ही साथ यह भी दावा किया जाता है कि कुछ लोग वहां जा चुके हैं और उड़नतश्तरीयों को देख चुके हैं. अब इसमें कितनी सच्चाई है, ये तो कोई नहीं जानता, लेकिन जिस तरह से लोग दावा करते हैं, उससे तो यही लगता है कि इस जगह पर कुछ न कुछ तो ऐसा गहरा राज जरुर छिपा हुआ है, जो दुनिया के नजरों से अनजान हैं. 

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