रेगिस्तान में उगने वाला जादुई पौधा बायोफ्युल बनाने वाला 'हरा सोना ' मेक्सिको के रेगिस्तान में उगता है. बंजर जमीन को खूबसूरत बनाता है, इसे सलाद में खाया जा सकता है. इससें चिप्स बनाते है और लजीज शेक बनाकर भी पिया जाता है. ये जादुई पौधा मेक्सिको के मेसोअमेरिकन क्षेत्र में पाया जाता है. इसका नाम है "नोपल "
नाशपाती जैसा फल नोपल, इंसान की बहुत सी चुनौतियों का जवाब हो सकता है. ये हमें जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी मदद कर सकता है. अगर इसे मेक्सिको का मैजिकल प्लांट कहें, तो गलत नहीं होगा. नोपल एक कांटेदार नाशपाती जैसा फल है, जो मेक्सिको के रेगिस्तानों में नागफनी के साथ उगता है. मेक्सिको में केमेम्र्बो नाम का आदिवासी समुदाय इसकी खेती करता है.
कचरे से बनता जैव-इंधन इसके अलावा नोपल की खेती, मकई की खेती की तुलना में ज्यादा बड़े पैमाने पर होती है. एक अंदाजे के मुताबिक कम उपजाऊ जमीन पर भी प्रति हेक्टेयर 300 से 400 टन नोपल उगाया जा सकता है जबकि उपजाऊ भूमि में 800 से 1000 टन तक उपज हो जाती है. इसके अलावा नोपल की खेती में पानी की खपत बहुत कम और फायदा दोहरा है. नोपल को फल के तौर पर बेचा जाता है और उसके कचरे से जैव-इंधन तैयार कर लिया जाता है.
व्यापक स्तर पर नोपल की खेती करने के तीन कारण हैं. पहला तो सामाजिक है. नोपल की खेती से लोगों को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार मिल जाता है और पलायन नहीं होता. दुसरा, आर्थिक दृष्टिकोण से भी ये फायदे का सौदा है. मेक्सिको में जिस पैमाने पर नोपल से तेल निकाला जा रहा है उससे लगता है कि वहां बहुत जल्द जैव-इंधन यानी रिन्यूएबल एनर्जी का विकल्प बनकर सामने आएगा.
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